Wednesday, August 6, 2014

Shiksha Mitra : ऊहापोह के बीच शिक्षामित्रों ने कार्यभार संभाला

Shiksha Mitra : ऊहापोह के बीच शिक्षामित्रों ने कार्यभार संभाला



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 चक्रपानपुर (आजमगढ़) : लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे प्रथम बैच के शिक्षामित्रों को जब पूर्ण शिक्षक बनने के लिए आदेश मिला तो एक बार उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा परंतु न्यायालय में मामला विचाराधीन होने के कारण उनमें पूर्ण शिक्षक बनने के लिए अब भी संशय बरकरार है। प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए विगत 19 जून को शासनादेश जारी किया था। इसके अनुसार प्रथम बैच के 58 हजार शिक्षामित्रों को 31 जुलाई तक नियुक्ति पत्र देना था। प्रदेश सरकार के शासनादेश के अनुपालन में इन्हें शिक्षक के रूप में नियुक्ति का आदेश भी मिल गया तथा वे विभिन्न विद्यालयों में पहुंच शिक्षक के रूप में नियुक्ति भी ले ली। परन्तु उच्च न्यायालय में मामला विचाराधीन होने के कारण उन्हें अभी नौकरी पक्की नहीं लग रही है।

बता दें कि बीटीसी संघर्ष समिति और टीईटी संघर्ष मोर्चा उत्तर प्रदेश ने शिक्षामित्रों के समायोजन की प्रक्रिया को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक जनसूचना के जवाब में स्पष्ट किया है कि शिक्षामित्रों की नियुक्ति में टीईटी उत्तीर्ण होना आवश्यक है तथा यूपी सरकार को इसमें कोई राहत नहीं दी गई है। साथ ही राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने भी इस पर मोहर लगाई है। वैसे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद में 2011 में ही स्पष्ट किया था कि टीईटी सभी के लिए अनिवार्य है। इस प्रकार शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र मिलने पर भी शिक्षामित्रों को संशय होना स्वाभाविक है। कुल मिलाकर अब सबकी निगाहें उच्च न्यायालय के आदेश पर टिकी है।



News Sabhaar : Jagran (Publish Date:Wednesday,Aug 06,2014 07:30:23 PM | Updated Date:Wednesday,Aug 06,2014)


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