Thursday, August 7, 2014

UPTET टीईटी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने बंधाया ढांढस

UPTET  टीईटी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने बंधाया ढांढस




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ब्लॉग संपादक के विचार :
जिनके बाजुओं में दम है उनके लिए आत्म हत्या एक कायराना कदम है
जिनको अपने ऊपर भरोसा  है उनके लिए आत्म हत्या एक कायराना कदम है
अंतिम सांस तक विजय प्राप्त करने के लिए लड़ना चाहिए ,
लक्ष्य पर निगाहे टिकाये रखो साथ ही वैकल्पिक व्यवस्थाएं / मार्ग बनाते चलो

खुदी को कर बुलंद इतना की खुदा तुझसे पूछे की तेरी रजा क्या है

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शुक्लागंज : बीएड व टीईटी परीक्षा पास होने के बाद नौकरी न लगने से क्षुब्ध युवती के खुद को आग आत्महत्या करने के बाद गुरुवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा के सदस्य मृतका के घर उसके परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे। सदस्यों ने परिवारीजनों के दुख में खुद को शामिल बता कर युवती द्वारा बिना सोचे समझे जल्दबाजी में गलत फैसला लेने की बात बताई

बुधवार को सहजनी निवासी गंगासागर की पुत्री 24 वर्षीय संध्या ने अपने आप को घर के बरामदे में बंद कर मिट्टी का तेल डाल आग के हवाले कर जान दे दी थी। युवती द्वारा आत्महत्या करने के बाद परिजनों के साथ पूरे मुहल्ले में शोक की लहर फैली हुई है। अखबारों में खबर पढ़ कर टीईटी संघर्ष मोर्चा, उत्तर प्रदेश के नगर निवासी सदस्य राजधानी मार्ग निवासी अंबरीश जायसवाल, आजादनगर निवासी जयप्रकाश नरायण यादव व गांधीनगर निवासी विनोद चौरसिया अपने अन्य साथियों के साथ मृतका के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने परिजनों से हर तरह के मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है।

जिले में अब तक तीन गंवा चुके सदमे में जान

संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने बताया कि सरकारों की दोहरी नीतियों का खामियाजा बीएड व टीईटी परीक्षा पास नौकरी के आवेदकों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती का मामला गर्माने के बाद नौकरी न लगने की शंका में पूरे प्रदेश में अब तक 40 आवेदक ब्रेन हेमरेज, हार्ट अटैक व आत्महत्या से अपनी जान गवां चुके हैं और जिले में युवती को मिला कर अब तक तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि दो सरकारों के शासनादेशों के बीच फंसे वर्ष 2010-11 के पहले के बीएड, टीईटी किए आवेदक व 2011-12 सहित उसके बाद के आवेदकों के बीच नौकरी लगने व न लगने को लेकर गंभीर संशय उत्पन्न हो चुका है, जिस कारण कमजोर हृदय व तंगहाली के चलते लोग अपनी जान गवां रहे हैं।

अखबार की कटिंग देख फफक पड़ा पिता

गुरुवार को ढांढस बंधाने पहुंचे लोगों के सामने पिता पुत्री द्वारा अखबार में छपी एक खबर की कटिंग दिखा कर फफक पड़ा। पिता ने बताया कि एक अखबार में 30 जुलाई के अंक में इलाहाबाद से खबर छपी थी, जिसमें इस बात की पुष्टि की गई थी कि वर्ष 2011 में टीईटी व 2012 में बीएड पास करने वाले आवेदकों को अयोग्य बताया गया था। पिता के अनुसार पुत्री ने कुछ दिनों पहले उन्हें पेपर की कटिंग कर दिखाया और दुखी मन से कहा था कि 'पापा अब मेरी नौकरी नहीं लग पाएगी'। पिता के अनुसार उसी दिन से वह उदास रहने लगी थी पर कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी


News Sabhaar : Jagran (Publish Date:Thursday,Aug 07,2014 07:34:57 PM | Updated Date:Thursday,Aug 07,2014 07:34:12 PM)


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