Friday, January 2, 2015

UPTET SARKARI NAUKRI News बीटीसी की परीक्षाएं 19 जनवरी से

UPTET SARKARI NAUKRI News

बीटीसी की परीक्षाएं 19 जनवरी से
बीटीसी प्रशिक्षुओं के परीक्षा में शामिल होने का रास्ता साफ





इलाहाबाद। परीक्षा नियामक प्राधिकारी, उत्तर प्रदेश ने बीटीसी 2010, 2011 एवं 2012 बैच के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं के कार्यक्रम जारी कर दिए हैं। परीक्षा कार्यक्रम जारी होने के साथ इन अभ्यर्थियों के प्रदेश सरकार की ओर से जारी 15 हजार शिक्षकों की भर्ती में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। बीटीसी प्रशिक्षु लंबे समय से परीक्षा नियामक से परीक्षा तिथि जारी करने की मांग कर रहे थे।
बीटीसी की सेमेस्टर परीक्षाएं 19 जनवरी से शुरू होकर 24 जनवरी तक संपन्न होंगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने प्रथम सेमेस्टर पहले, दूसरे और तीसरे प्रश्नपत्र की परीक्षाएं क्रमश: 19, 20 जनवरी को कराने का फैसला किया है। 20 जनवरी को एक बजे से तीन बजे के बीच तीसरे प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी जबकि पहले एवं दूसरे प्रश्नपत्र की परीक्षाएं 10 से 12 बजे के बीच होगी।
बीटीसी दूसरे सेमेस्टर की पहले, दूसरे और तीसरे प्रश्नपत्र की परीक्षाएं 21 एवं 22 जनवरी को होंगी। तीसरे प्रश्नपत्र की परीक्षा दूसरी पाली में होगी।

तीसरे सेमेस्टर की पहले, दूसरे और तीसरे प्रश्नपत्र की परीक्षाएं क्रमश: 23 एवं 24 जनवरी को होंगी। तीसरे प्रश्नपत्र की परीक्षा दूसरी पाली में होगी। बीटीसी 2010, 2011, 2012 तथा सेवारत बीटीसी मृतक आश्रित के कक्षा शिक्षण, प्रयोगात्मक परीक्षा एक जनवरी से 10 जनवरी के बीच संबंधित डायट पर होंगी।

बीटीसी प्रशिक्षुओं के परीक्षा में शामिल होने का रास्ता साफ

इलाहाबाद (ब्यूरो)। प्रदेश के बीटीसी कॉलेजों में प्रशिक्षण ले रहे 30 हजार बीटीसी प्रशिक्षुओं को परीक्षा में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्यों को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि यदि प्रशिक्षुओं ने एनसीटीई की ओर से तय मानक को पूरा कर लिया है तो उन्हें परीक्षा में शामिल करने में कोई आपत्ति नहीं है। चतुर्थ सेमेस्टर में 100 से 130 कार्य दिवस का प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षु के लिए आवश्यक है। डायट इन प्रशिक्षुओं के आवेदन पत्र अग्रसारित कर सकते हैं।


No comments:

Post a Comment

To All,
Please do not use abusive languages in Anger.
Write your comment Wisely, So that other Visitors/Readers can take it Seriously.
Thanks.